जब दिलीप कुमार ने नूरजहां को सहगल से मिलवाया
Apr 08, 2016, 02:48 PM
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मूक फ़िल्मों का दौर बीत जाने के बाद जिस आवाज़ को हिंदुस्तानी जनता का अपार प्रेम मिला वो कुंदनलाल सहगल की आवाज़ थी. उनके बाद हिंदी संगीत जगत में एक से एक बढ़ कर गायक हुए लेकिन सभी ने अपने गायन की शुरुआत सहगल की नकल करके ही की. सहगल की 112 वी वर्षगाँठ पर उन्हें याद कर रहे हैं रेहान फ़ज़ल आज की विवेचना में