शनिवार 16 अप्रैल का बीबीसी इंडिया बोल निखिल रंजन से सुनिए

Apr 16, 2016, 02:41 PM

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क्या चुनावी राजनीति की मजबूरी हैं बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बीजेपी से लेकर कांग्रेस तक सभी राजनीतिक दल भीमराव अंबेडकर की परंपरा का वारिस बनने की होड़ में है. तो क्या ये पार्टियां अंबेडकर के विचारों से सहमत हैं या अंबेडकर को स्वीकार करना उनकी राजनीतिक मजबूरी है. इस बार इंडिया बोल में चर्चा का विषय है- अंबेडकर के प्रति अचानक इतनी श्रद्धा क्यों?