आज़ाद कलम के हिमाएती ख़्वाजा अहमद अब्बास

Jun 02, 2017, 12:08 PM

Subscribe

ऐसा बहुत कम देखने में आता है कि कोई शख़्स एक बड़ा पत्रकार होने के साथ साथ उतना ही बड़ा फ़िल्मकार और कहानीकार भी हो. ख़्वाजा अहमद अब्बास इसी श्रेणी में आते थे. आवारा, श्री 420, शहर और सपना और मेरा नाम जोकर जैसी फ़िल्में लिखने वाले अब्बास ने लगातार 45 सालों तक ब्लिट्ज़ अख़बार का ‘लास्ट पेज’ कॉलम लिखा. ख़्वाजा अहमद अब्बास की 30 वीं पुण्य तिथि पर उन्हें याद कर रहे हैं रेहान फ़ज़ल विवेचना में