भारतीय रेलवे में डबलस्टैक ड्वार्फ कंटेनर का परिचालन शुरू, जानिए इसकी खूबियां
Share
Subscribe
भारतीय रेलवे ने ‘डबल स्टैक ड्वार्फ कंटेनर’ सेवाओं का शुभारंभ किया है, जिसका उद्देश्य घरेलू कारगो के लिए नये डिलीवरी मॉडल के जरिए यातायात के उस स्तर को फिर से हासिल करना है, जिसमें विगत वर्षों के दौरान कमी देखने को मिली थी। इस ट्रेन की बुकिंग कनालुस स्थित रिलायंस रेल साइडिंग से लेकर हरियाणा राज्य के रेवाड़ी तक के लिए की गई थी। यह 82 कंटेनर पॉलीप्रोपिलीन ग्रैन्यूल्स से भरी हुई थी। ‘डबल स्टैक ड्वार्फ कंटेनर’ सेवा से भारतीय रेलवे को 18.50 लाख रुपये का बढ़ा हुआ राजस्व प्राप्त हुआ है। ‘डबल स्टैक ड्वार्फ कंटेनर’ की ऊंचाई 6 फुट 4 इंच है और इसका परिचालन विद्युतीकृत पटरियों पर संभव है। छोटा आकार होने के बावजूद इन कंटेनरों में 30,500 किलोग्राम तक के वजन वाली चीजों को समाहित करने की क्षमता है। सामान्य कंटेनरों की तुलना में ये कंटेनर 662 एमएम छोटे हैं, लेकिन 162 एमएम चौड़े हैं। सामान्य कंटेनरों की तुलना में इन कंटेनरों में लगभग 67 प्रतिशत ज्यादा सामान आ सकता है। वर्तमान में अपनी ऊंचाई के कारण सामान्य डबल स्टैक आईएसओ कंटेनर भारतीय रेलवे के सिर्फ कुछ चुनिंदा मार्गों (रूट) पर ही चल सकते हैं, लेकिन कम ऊंचाई वाले ये डबल कंटेनर अत्यंत आसानी से ज्यादातर पटरियों पर चल सकते हैं। डबल स्टैक स्वरूप वाले ये कंटेनर 25 केवी ओवरहेड लाइनों के अंतर्गत चल सकते हैं। इन ‘डबल स्टैक ड्वार्फ कंटेनरों’ के उपयोग की बदौलत सड़क मार्ग से ढुलाई के मुकाबले रेल परिवहन के सस्ते हो जाने से यूनिट लागत में उल्लेखनीय कमी आएगी।