राफेल पर भड़की कांग्रेस, नरेंद्र मोदी चोर है, चेहरे पर जो लाली है राफेल की दलाली है
बता दें कि राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर हमलावर रुख अपनाए हुए है। कांग्रेस का आरोप है कि 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद की घोषणा के फौरन बाद सरकारी कंपनी एचएएल को इस सबसे बड़े ‘डिफेंस ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट’ से दरकिनार कर निजी क्षेत्र की एक कंपनी को रिलायंस डिफेंस लिमिटेड को दे दिया गया, जिसके पास लड़ाकू विमानों के निर्माण या रखरखाव का कोई पूर्व अनुभव नहीं है। इतना ही नहीं फ्रांस में 10 अप्रैल, 2015 को प्रधानमंत्री द्वारा इस सौदे को अंतिम रूप दिए जाने से महज 12 दिन पहले ही रिलायंस डिफेंस लिमिटेड की स्थापना की गई थी।