जिनके एक इशारे पर ठहर जाती थी मुंबई
Nov 16, 2018, 12:00 PM
Share
Subscribe
शिव सेना के प्रमुख बाल ठाकरे कुछ लोगों के लिए ‘हीरो’ थे तो कुछ लोगों के लिए बहुत बड़े ‘खलनायक.’ उन पर जहाँ ‘मराठी मानूस’ के सबसे बड़े पैरोकार होने का तमग़ा लगा, वहीँ सांप्रदायिक हिंसा को बढ़ावा देने के लिए उनकी काफ़ी आलोचना भी हुई. बाल ठाकरे की छठी बर्सी पर रेहान फ़ज़ल याद कर रहे हैं उनके जीवन से जुड़े कुछ दिलचस्प पहलुओं पर विवेचना में
